RAM MANDIR AYODHYA जय श्रीराम दोस्तो बरसो का इंतजार अब ख़त्म होने जा रहा हैं| कई सालो के बाद राम मंदिर की निर्माण का विषय भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक है, जो भगवान राम के जन्मस्थल के रूप में माना जाता है। वह कई दशकों तक चला और देश में साम्प्रदायिक टूट और तनाव का कारण बना रहा।
2019 में, भारत के सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद का ऐतिहासिक निर्णय सुनाया, जिसमें राम मंदिर की निर्माण की मंजूरी दी गई, भगवान राम के जन्मस्थल के धार्मिक भावनाओं और संवेदनाओं को मान्यता देते हुए। इस निर्णय ने राष्ट्र में शांति और समरसता बनाए रखने की आवश्यकता को जोर दिया और समाज का समर्थन किया। RAM MANDIR AYODHYA
HISTORY OF RAM MANDIR
तो चलिए दोस्तों आज हम प्रभू श्रीराम और माता सीता जी के वस्त्रो के बारे में कुछ जानकारी लेते हैं और अगर हमारे बच्चे drama और कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं तो उन्हें कुछ इस costumes की जरुरत पडती हैं https://fashionwali.in | प्रभू श्रीराम और माता सीता का किरदार निभाना हैं तो हमें इसका उपयोग हो सकता हैं |प्रभू और माता के वस्त्रो का धार्मिक मूल्य बहुत ऊँचा हैं | जिससे हमारे बच्चों को संस्कृति का अनुभव और हमारी धार्मिक परिचय देना बहुत ही सरल हो सकता हैं |
राम मंदिर की निर्माण का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि राजनीतिक और सांस्कृतिक संदर्भ में भी है। यह हिन्दू समुदाय की दीर्घकालिक मांग का पूरा होना है और कई राजनीतिक नेताओं द्वारा किए गए वाद-विवाद का समापन करता है। निर्माण के लिए शिलान्यास समारोह का आयोजन 5 अगस्त 2020 को किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मूल स्थान का शिलान्यास किया।
मंदिर के डिजाइन में उभरा हुआ वास्तुकला और सांस्कृतिक आंशिकाएं शामिल हैं, जो भारतीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को प्रतिष्ठित करती हैं। मंदिर का निर्माण एक शानदार संरचना के साथ किया जा रहा है, जिसमें रामायण के किस्से को दर्शाते हुए जटिल कार्विंग और मूर्तिकला शामिल होगी।RAM MANDIR AYODHYA
PRABHU RAM COSTUME
राम, भगवान विष्णु के सेतुपति और अयोध्या के राजा के रूप में, उसके वस्त्रों में साधुता और आदर्शता का प्रतीक होता है। उसका विशेष धरोहर, धनुष और कोठरी भी उसके पौराणिक चरित्र को दर्शाते हैं। राम का पहनावा साधु-संतों की भावना को दर्शाता है और उसे एक महान धर्मात्मा के रूप में प्रतिष्ठानित करता है।इन वस्त्रों का रंग, स्टाइल, और आकृति भी उनके कारकों को प्रकट करते हैं। राम के वस्त्रों में अधिकतम सादगी और सरलता होती है, जो उसकी आदर्शता और नेतृत्व को दिखाती है। सीता के वस्त्रों में उम्र की गहराई, पतिव्रता, और सौंदर्य का प्रतीक होता है। आप यह costume इस PHOTO पे जाकर खरीद सकते है
प्रभु राम का वस्त्र भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसका चयन धार्मिकता, सांस्कृतिक परंपरा, और ऐतिहासिक प्रेरणा से होता है। प्रभु राम के परंपरागत वस्त्र का आदान-प्रदान भगवान राम के चरित्र और धर्म के प्रति उनके प्रतिबद्धता को प्रतिष्ठित करता है।
भगवान के पहने जाने वाले वस्त्र मुख्यतः धौती, कमीज, और ऊपरी परिधान से मिलते हैं।RAM MANDIR AYODHYA COSTUMES इन वस्त्रों का सामंजस्यपूर्ण सम्बन्ध धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से होता है। धौती का उपयोग परंपरागत भारतीय साधु संस्कृति की एक प्रमुख विशेषता है, जो साधुता और वैराग्य की प्रतीक है।
प्रभु के वस्त्रों का रंग सामान्यतः श्वेत होता है, जो शांति और पवित्रता का प्रतीक है। उनकी कमीज और ऊपरी परिधान में सत्र्भुज रूप में सीता का चित्रण किया जाता है, जो उनके परम पतिव्रता और आदर्शप्रेम का प्रतीक है।
RAM MANDIR AYODHYA – MATA SITA COSTUME
सीता के वस्त्र भी उसकी श्रीमती और पतिव्रता स्वभाव को दर्शाते हैं। सीता का पहनावा विवाह से पहले आदर्श भारतीय स्त्री की भूमिका को बयान करता है, और उसका विशेष पहनावा भी उसके पातिव्रत्य और परिश्रम को दर्शाता है। उसके राजमहल में पहने जाने वाले शानदार साड़ी और आभूषण सीता की दिव्यता और पवित्रता को प्रकट करते हैं। सीता की साड़ी और आभूषण उसकी सौंदर्य और पतिव्रता को बढ़ावा देते हैं।RAM MANDIR AYODHYA
राम और सीता के वस्त्रों का महत्वपूर्ण स्थान हिन्दू धर्म में है। रामायण के काव्यात्मक क्षेत्र में, राम और सीता के पहने जाने वाले वस्त्र उनके व्यक्तित्व, शौर्य, और धर्म के साथ जुड़े होते हैं |और सीता के वस्त्रों का डिज़ाइन सांस्कृतिक और धार्मिक भावनाओं के साथ मिलता है। राम के धनुष और कोठरी का आकार उसकी शक्ति और साहस को प्रतिष्ठित करता है, जबकि राम और सीता के वस्त्रों का पहनना भगवान की अनुष्ठान और धर्म के प्रति समर्पण का प्रतीक है। ये वस्त्र भक्तों को एक उच्चतम आदर्श की ओर प्रेरित करते हैं और उन्हें धार्मिकता और नैतिकता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं।आप यह costume इस link पे जाकर खरीद सकते है |
माता सीता का वस्त्र भी भारतीय सांस्कृतिक एवं पौराणिक परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सीता का पहनावा उसकी पतिव्रता, शील और पौरुष को प्रतिष्ठित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
माता सीता का वस्त्र आमतौर पर सारी या लहंगा के रूप में चित्रित किया जाता है। उसका पहनावा सामान्यतः सौम्य, पावन, और परंपरागत शैली में होता है, जिससे वह एक आदर्श पतिव्रता और धार्मिक स्त्री का परिचायक बनती है।
RAM MANDIR AYODHYA COSTUMES FOR KIDS
सीता का वस्त्र आकार और रंग में सामंजस्यपूर्णता दर्शाता है और उसके पहनावे में आकर्षक और श्रृंगारिक भावना को प्रकट करता है। धार्मिक एवं पौराणिक कथाओं में, सीता का वस्त्र उसके पतिव्रता, सतीत्व, और धर्मनिष्ठा को उजागर करता है, जो भक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
RAM MANDIR AYODHYA COSTUMES इन वस्त्रों का रंग, स्टाइल, और आकृति भी उनके कारकों को प्रकट करते हैं। राम के वस्त्रोंRATION में अधिकतम सादगी और सरलता होती है, जो उसकी आदर्शता और नेतृत्व को दिखाती है। सीता के वस्त्रों में उम्र की गहराई, पतिव्रता, और सौंदर्य का प्रतीक होता है।RAM MANDIR AYODHYA COSTUMES
राम और सीता के वस्त्रों का पहनना भगवान की अनुष्ठान और धर्म के प्रति समर्पण का प्रतीक है। ये वस्त्र भक्तों को एक उच्चतम आदर्श की ओर प्रेरित करते हैं और उन्हें धार्मिकता और नैतिकता की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं। इसके लीये https://FASHIONWALI.IN का उपयोग कर सकते है|RAM MANDIR AYODHYA COSTUMES
RAM MANDIR AYODHYA INAUGURATION
दोस्तो २२ जनवरी २०२४ सोमवार को मंदिर का प्रतिष्ठापना समारोह होने वाला है| पुरे भारत देश मे उत्सव का वातावरण है |इसमे सभी जाती के लोगो लिए सोमवार का दिन बहुत सारी खुशिया लाया है | RAM MANDIR AYODHYA इस दिन सभी मंदिरो मे जगह जगह धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया है | देश के लिए यह गर्व की बात हैं | बरसो का इंतजार अब ख़त्म होने जा रहा हैं | 22 जनवरी के लिए यह costume design किया गया हैं| 22 जनवरी के दिन होने वाले drama और कार्यक्रम में इसका उपयोग होनेवाला हैं |
FAQ :
Ram mandir ayodhya प्रतिष्ठापना के कार्यक्रम लिए हमें कोनसा costume देखना चाहिए?
PRABHU RAM AND SEETA COSTUME
हमारे बच्चे के ड्रामा के लिए हम कैसे कपडे देखे ?
RAM MANDIR AYODHYA COSTUME